जुंबिशें - - -ग़ज़ल 35
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सपने सजा रहा हूँ, पलकें बिछा रहा हूँ,
यादों को ले के तेरी, मैं सोने जा रहा हूँ .
पैरों में बेड़ियाँ तू ,मत डाल ऐ मेरी माँ,
मैं आसमां के ऊपर सीढ़ी लगा रह...
1 hour ago
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